सी.एम.पी. डिग्री कॉलेज के विधि विभाग में छात्रों के बीच मारपीट और जानलेवा हमले की घटना
प्रयागराज, 20 मई — सी.एम.पी. डिग्री कॉलेज के विधि विभाग में उस समय हड़कंप मच गया जब BALLB आठवें सेमेस्टर के छात्रों के बीच मामूली विवाद ने गंभीर रूप ले लिया। घटना के दौरान एक गुट द्वारा वहां पढ़ाई कर रहे छात्रों पर जानलेवा हमला किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना न केवल अचानक हुई, बल्कि सुनियोजित प्रतीत होती है।
20 से अधिक बाहरी छात्र शामिल, बंदूक से फायरिंग की धमकी
इस घटना में लगभग 20 बाहरी लोगों के शामिल होने की बात सामने आ रही है, जिनमें से 5–6 छात्र BALLB आठवें सेमेस्टर के हैं, जबकि 8–10 ऐसे व्यक्ति शामिल थे जो सीएमपी कॉलेज के छात्र ही नहीं हैं। बताया जा रहा है कि झगड़े के दौरान आरोपियों ने न केवल जानलेवा हमला किया बल्कि बंदूक से फायरिंग करने की धमकी भी दी। छात्रों का आरोप है कि फैकल्टी के भीतर एक घंटे के दौरान ऐसी गंभीर घटनाओं को कई बार अंजाम देने की कोशिश की गई।
फैकल्टी में सुरक्षा व्यवस्था नदारद, केवल एक सुरक्षाकर्मी तैनात
घटना के दौरान सबसे चिंताजनक पहलू यह रहा कि सीएमपी विधि विभाग में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से नाकाफी पाई गई। पूरे परिसर में मात्र एक ही सुरक्षाकर्मी तैनात था। इस स्थिति ने न सिर्फ छात्रों की सुरक्षा को खतरे में डाला, बल्कि कॉलेज प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर किया है।
छात्रों ने विधि विभाग में दिया आवेदन, मांग की सख्त कार्रवाई की
घटना के बाद विधि विभाग में इस संबंध में एक आवेदन भी छात्रों द्वारा दिया गया है, जिसमें मारपीट करने वाले छात्रों की पहचान कर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक व कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
छात्रों ने विश्वविद्यालय और कॉलेज प्रशासन से अनुरोध किया है कि सीएमपी कॉलेज परिसर, विशेषकर विधि विभाग में सुरक्षा व्यवस्था को तत्काल सुदृढ़ किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
छात्रों की मांगें
1. आरोपित छात्रों की तत्काल पहचान और निष्कासन।
2. बाहरी छात्रों के प्रवेश पर प्रतिबंध।
3. विधि विभाग में सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए।
4. कॉलेज में सीसीटीवी निगरानी और गेट पर सख्त चेकिंग की व्यवस्था की जाए।
5. घटना की उच्च स्तरीय जांच और आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज हो।
सीएमपी डिग्री कॉलेज, जो इलाहाबाद विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एक प्रमुख संस्थान है, वहाँ ऐसी घटनाएँ शिक्षण वातावरण को दूषित कर रही हैं। यदि जल्द ही ठोस और कड़े कदम नहीं उठाए गए, तो छात्रों की पढ़ाई और सुरक्षा दोनों प्रभावित होंगी। छात्रों और अभिभावकों को कॉलेज प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की उम्मीद है।
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